राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने महाकुम्भ 2025 के दौरान रासायनिक एवं परमाणु आपदाओं से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया
Type Here to Get Search Results !

Recent Tube

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने महाकुम्भ 2025 के दौरान रासायनिक एवं परमाणु आपदाओं से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया



राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने महाकुम्भ 2025 के दौरान रासायनिक एवं परमाणु आपदाओं से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया 


रासायनिक एवं परमाणु आपदाओं जैसी संभावित आपात स्थितियों से निपटने के लिए मेला प्राधिकरण, पुलिस प्रशासन एवं चिकित्साधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया 


महाकुंभ 2025 के विशाल आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, लखनऊ के संयुक्त प्रयास से प्रयागराज में परमाणु दुर्घटना से बचाव एवं सुरक्षा जैसे संवेदनशील तथा महत्वपूर्ण विषय “Integrated Mission for Preparedness and Awareness-Cum-Training (IMPACT) for Radiological and Nuclear Emergency” पर एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन आज दिनांक 03 जनवरी 2025 को पुलिस लाइन, संकल्प पंडाल हॉल, मेला ग्राउन्ड, प्रयागराज में किया गया। 

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रेडियोलॉजिकल, न्यूक्लियर और रासायनिक (CBRN) आपदाओं से निपटने की तैयारी को सुदृढ़ करना है। कार्यक्रम में आपदा प्रबंधन की नवीनतम तकनीकों, रासायनिक आपदाओं का त्वरित आकलन, प्रभावितों का सुरक्षित बचाव और स्वास्थ्य सहायता प्रबंधन पर जोर दिया गया तथा विभिन्न आधुनिक उपकरणों का प्रदर्शन भी किया गया |

कार्यक्रम में डॉ. अरुण कुमार नायक अध्यक्ष, सीएमजी, परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग, देश में Nuclear and Radiological Emergency के लिए देश में नोडल एजेंसी है। साथ ही यह इसके संबंध में सभी स्टेक होल्डरों को समय-समय पर तकनीकी सहायता, क्षमता संवर्धन जानकारी एवं जागरूकता देते रहते हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय सदस्य राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली, भारत सरकार ले. जनरल सय्यद अता हसनैन पी0वी0एस0एम0, यू0वाई0एस0एम0, ए0वी0एस0एम, एस0एम0, वी0एस0एम0 और बार (से.नि.) ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्राधिकरण प्रदेश में परमाणु दुर्घटना से बचाव एवं सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर कार्यशाला का आयोजन कर रहा हैं जो एक सराहनीय प्रयास है। महाकुंभ जैसे आयोजनों के समय में किसी भी आपदा से निपटने के लिए पहले से तैयार रहना आवश्यक है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आपदा प्रबंधन दलों की रासायनिक, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर (CBRN) आपदाओं में क्षमता को बढ़ाने और उनके त्वरित प्रतिक्रिया कौशल को सुधारने में सहायक होगा।

कार्यक्रम के शुभारम्भ में प्राधिकरण के मा0 उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी, पी.वी.एस.एम, ए.वी.एस.एम, वी.एस.एम. (से.नि.) ने कहा कि प्रदेश में महाकुम्भ जैसे बड़े आयोजन के दौरान सभी स्टेक होल्डर की जागरूकता एवं जानकारी के लिए परमाणु और रासायनिक दुर्घटना से बचाव एवं सुरक्षा संबंधित कार्यशाला करायी जा रही है। इन पदार्थो का सुरक्षित और जिम्मेदारीपूर्ण उपयोग हमारे देश के विकास एवं कल्याण के लिए आवश्यक है । उत्तर प्रदेश एक बड़ा व अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जहाँ विभिन्न उत्सवों एवं कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर होता रहता है। इस दौरान Nuclear, Radiological and Chemical Emergency जैसे पदार्थो से होने वाले दुर्घटना एवं उससे बचाव के बारे में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जानकारी मिलेगी| 

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारत सरकार से परमाणु ऊर्जा विभाग, भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर, मुंबई, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ,नई दिल्ली, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, नई दिल्ली, राज्य आपदा मोचन बल, लखनऊ, भारतीय सेना, मेला प्रशासन, पुलिस एवं जिला प्रशासन के अधिकारी,अग्निशमन विभाग, जिला अस्पताल के चिकित्साधिकारी एवं मेला क्षेत्र में स्थापित सभी अस्पतालों के चिकित्साधिकारी तथा एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट, मथुरा, मिर्जापुर, श्रावस्ती एवं गोरखपुर के अधिकारियों सहित कुल 400 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में परमाणु ऊर्जा विभाग, भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन, भारत सरकार के वैज्ञानिकों ने रासायनिक रिसाव का आकलन और प्रतिक्रिया रणनीति, डीकंटैमिनेशन प्रक्रियाएं (प्रभावित व्यक्तियों और स्थानों को सुरक्षित निकालना, महाकुंभ मेले के लिए रेडियोलॉजिकल आपातकाल की तैयारियों और प्रतिक्रिया के लिए एस0ओ0पी0 पर व्याख्यान दिया | परमाणु ऊर्जा विभाग के टीम के द्वारा रासायनिक विकिरण का पता लगाने और माप करने वाले उपकरणों की प्रदर्शनी कर सभी स्टेकहोल्डर को इसकी जानकारी दी गयी | कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में एक टेबलटॉप एक्सरसाइज़ और रासायनिक दुर्घटना और परमाणु दुर्घटना की फील्ड एक्सरसाइज़ का आयोजन किया गया |

प्रशिक्षण को सम्पन्न करते हुए माननीय उपाध्यक्ष महोदय ने बताया महाकुंभ के दृष्टिगत रासायनिक आपदा पर आधारित परिदृश्य तैयार कर मॉक ड्रिल का आयोजन दिनांक 04 जनवरी 2025 को मेला परिक्षेत्र में किया जाएगा| इसमें प्रभावित क्षेत्र को घेराबंदी कर बचाव कार्य और चिकित्सा सहायता की प्रक्रिया का अभ्यास होगा । इस एक्सरसाइज़ से रासायनिक आपदाओं में प्राथमिक चिकित्सा और प्रभावित व्यक्तियों के त्वरित इलाज की प्रक्रिया को विस्तार से समझने एवं अपनी तैयारियों को और कारगर करने मे सहायता मिलेगी ।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Hollywood Movies