रिपोर्ट--------मनोज तिवारी अयोध्या
अयोध्या के निर्माणाधीन महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय प्रांगण में महर्षि महेश योगी जी की 108वीं जयंती समारोह का आयोजन 10 से 12 जनवरी 2025 तक किया जा रहा है। यह आयोजन महर्षि संस्थान के कुलाधिपति श्री अजय प्रकाश श्रीवास्तव जी की अगुवाई में हो रहा है। महर्षि महेश योगी को विश्व भर में एक महान वैज्ञानिक संत के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने भारत के प्राचीन वैदिक ज्ञान और ध्यान योग की वैज्ञानिक पद्धति को जन-जन तक पहुँचाया। उन्होंने अपने गुरुदेव स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती जी महाराज के आशीर्वाद से 1960 के दशक में विश्व भ्रमण शुरू किया और वैदिक ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़कर इसे मानव जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए उपयोगी सिद्ध किया।
महर्षि महेश योगी जी ने शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़ा योगदान दिया। उनके प्रयासों से भारत में कई महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ, महर्षि विद्या मंदिर और विश्वविद्यालयों की स्थापना हुई। इन संस्थानों में विद्यार्थियों को पारंपरिक शिक्षा के साथ भावातीत ध्यान योग का अभ्यास कराया जाता है। महर्षि जी का एक बड़ा स्वप्न था कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में एक ऐसा रामायण विश्वविद्यालय स्थापित हो, जो रामायण के आदर्शों और जीवन मूल्यों को पूरी दुनिया तक पहुँचाए। इसी सपने को साकार करते हुए अयोध्या में उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सहयोग से रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। यह विश्वविद्यालय भारतीय संस्कृति, धर्म और जीवन मूल्यों को संरक्षित करने का एक अनोखा प्रयास है।
कुलाधिपति श्री अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि यह विश्वविद्यालय न केवल एक शैक्षणिक संस्थान होगा, बल्कि यह रामायण के आदर्शों को जन-जन तक पहुँचाने का केंद्र बनेगा। विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों के नाम रामायण के पात्रों पर आधारित हैं। प्रशासनिक भवन को "रघुकुल भवन," पुस्तकालय को "वशिष्ठ भवन" और अध्ययन भवनों को "राम," "लक्ष्मण," "भरत" एवं "शत्रुघ्न" नाम दिए गए हैं। छात्रावासों के नाम "हनुमंत निवास" और "जानकी निवास" रखे गए हैं।
इस भव्य जयंती समारोह में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
प्रथम दिवस (10 जनवरी 2025): कलश स्थापना एवं पूजन।*
द्वितीय दिवस (11 जनवरी 2025): राम तारक यज्ञ का शुभारंभ और भजन सम्राट श्री ओम प्रकाश जी द्वारा भजन संध्या।
तृतीय दिवस (12 जनवरी 2025): राम तारक यज्ञ की पूर्णाहुति और पूज्य संतों का आशीर्वचन।
इस कार्यक्रम का विशेष आकर्षण प्रख्यात कवि और मानस प्रवचनकर्ता डॉ. कुमार विश्वास की राम कथा "अपने-अपने राम" होगी। यह कथा तीनों दिनों में आयोजित की जाएगी, जिसमें श्रद्धालु रामायण के विभिन्न प्रसंगों को सुनकर लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम के आयोजकों ने अयोध्या की जनता और सभी श्रद्धालुओं को इस आयोजन में भाग लेने के लिए सादर आमंत्रित किया है। इस भव्य समारोह के माध्यम से महर्षि महेश योगी जी को उनके योगदान के लिए पूरे विश्व में स्मरण किया जा रहा है।