प्रयागराज: भीषण गर्मी की चपेट में चल रहे प्रयागराज में मंगलवार को पारा दो डिग्री जरूर लुढ़का पर इससे गर्मी के तेवर पर कोई असर नहीं पड़ा। शनिवार को प्रयागराज में मतदान होना है और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। ऊपर से आग बरसा रहे सूर्यदेव और नीचे धधक रही जमीन के बीच चेहरे को झुलसा देने वाली हवाओं ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो पूरी मई गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। 25 मई तक लू का दौर चलेगा और इसके बाद राहत मिलती भी है तो तापमान के नियंत्रण में आने में ही कई दिन लगेंगे। इस बीच में स्थानीय कारणों से बादलों की मौजूदगी दिखाई दे सकती है पर इसका प्रचंड गर्मी पर कोई खास प्रभाव नहीं देखने को मिलेगा। इस दौरान तापमान 43 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बने रहने का अनुमान है। वहीं रात का पारा 28 से 30 डिग्री के बीच रह सकता है।
मंगलवार को अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सोमवार को यह 44.5 डिग्री सेल्सियस था। वहीं न्यूनतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस रहा। इसमें भी दो डिग्री की कमी आई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि तापमान में दो डिग्री कमी आई है पर गर्म हवाओं की वजह से लोगों को बेहिसाब गर्मी महसूस हो रही है। हालांकि राहत की बात यह है कि आर्द्रता में बढ़ोत्तरी हुई है। जो संकेत दे रहा है पश्चिमी हवाओं का असर कुछ कमजोर पड़ रहा है। ऐसी स्थितियां दो से तीन दिन और रही तो बादलों की घेराबंदी लू के चक्रव्यूह को तोड़ सकती है। ऐसा होने पर कुछ राहत और मिलेगी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जलवायुकी एवं समुद्र अध्ययन केंद्र के प्रमुख प्रो. सुनीत द्विवेदी ने बताया कि प्री-मानूसन की गतविधियां दिखाई दे रही है। प्रचंड गर्मी का एक स्पेल ज्यादा लंबा होने पर स्थानीय स्तर पर बादल छा सकते हैं और बारिश भी हो सकती है। यह अचानक घटित होने वाली घटनाएं हैं और मई में ऐसा मौसम रहता है।