लखनऊ । जैसा की हमने पढ़ा और सीखा है कि, गुरु का स्थान ईश्वर से पहले होता है । शिक्षक समाज के दर्पण होते हैं! एक बालक, एक शिक्षक, एक किताब और एक कलम संसार को बदल सकते हैं ।हमारे शिक्षकों के समर्पण और सेवाभाव के परिणाम स्वरुप आजादी के बाद प्राइमरी स्कूलों की संख्या 1.5 लाख से बढ़कर 15 लाख तक पहुच गयी है!
उक्त बातें डा0 राजेश्वर सिंह, विधायक सरोजनी नगर, लखनऊ जनपद के सेवा निवृत्त हो चुके शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त कर रहे थे !
Retirement जीवनयात्रा का एक बिंदु मात्र है, शिक्षकों द्वारा समाज के मार्गदर्शन की सेवा का कभी अंत नहीं हो सकता
श्री सिंह ने कहा कि,Retirement जीवनयात्रा का एक बिंदु मात्र है, शिक्षकों द्वारा समाज के मार्गदर्शन की सेवा का कभी अंत नहीं हो सकता। आज अधिवर्षता आयु पूर्ण कर शासकीय सेवा से Retire हुए लखनऊ जनपद के शिक्षकों को सम्मानित किया।
आगामी 3-5 वर्ष में Digital आवश्यकताओं के अनुरूप करीब 85 लाख नौकरियों का स्वरुप बदल जाएगा, आज साक्षरता के मायने बदल चुके हैं, Digital Education ही युवाओं का भविष्य है।
सरोजनीनगर के छात्र - छात्राओं को आधुनिक, Digital और रोजगार परक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अब तक क्षेत्र के 10 कॉलेजों में Smart Classes और 25 कॉलेजों में Digital Lab स्थापित की गयी हैं।
सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मान समारोह के साथ 'आधुनिक तकनीकी शिक्षा और शिक्षक की बदलती भूमिका' विषय पर आयोजित गोष्ठी में सहभागिता कर अपने विचार रखे!
इस कलित- ललित कार्यक्रम के आयोजन के लिए श्रीमती रीना त्रिपाठी , SKD सिंह , मनीष सिंह , अजय कुमार सिंह प्रिंसिपल डाइट, शैलेंद्र दुबे , HN पांडेय जी एवं समस्त SKD परिवार का आभार!!