प्रदीप बच्चन(ब्यूरो चीफ)
बलिया (यूपी) जनपद में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के नाम को लेकर काफ़ी गहमा गहमी चल रही है। विभिन्न राजनैतिक दलों और संगठनों के कार्यकर्ताओं ने ज़िला कलेक्ट्रेट पर पहुंच कर मेडिकल कॉलेज का नाम चित्तू पाण्डे से बदल कर स्वतंत्रता सेनानी शाहिद राजकुमार बाघ के नाम पर रखने के लिए प्रदर्शन किया।पत्रकार सैयद सेराज अहमद ने जानकारी देते हुए हमारे वरिष्ठ संवाददाता-प्रदीप बच्चन को बताया कि सभी प्रदर्शनकारी ज़िला जेल पहुंच कर जेल परिसर में मौजूद शहिद राजकुमार बाघ की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। प्रदर्शनकारियों में से कुछ लोगों ने बताया कि 1942 में महात्मा गांधी जी के आंदोलन में राजकुमार बाघ जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बलिया को अंग्रेजों की चंगुल से आजाद कराने में राजकुमार बाघ ने अहम भूमिका निभाई थी। पर अफसोस इस बात का है कि किसी ने अंग्रेजों से उनकी मुखबिरी कर दी। उन्हीं मुखबिरों की मदद से अंग्रेजों ने उन्हें पकड़ लिया और 23 मार्च 1943 को बलिया जेल परिसर में मौजूद एक पीपल के पेड़ से बांध कर गोली मार दी। प्रदर्शनकारियों में बैरिया के विधायक जय प्रकाश अंचल,एमआईएम पार्टी के प्रदेश मोहम्मद शमीम खान समेत कई कार्यकर्ता और नेता शामिल रहे।