कानपुर के अरौल थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर के 13 वर्षीय बेटे के साथ कुकर्म के बाद हत्या करने वाले दरिंदों ने बबर्रता की सारी हदें पार कर दी थीं। किशोर के शरीर पर में 18 गहरी चोटों के अलावा छोटे-बड़े कुल 90 घाव मिले हैं, जो बर्बरता को बयां कर रहे हैं।
शुक्रवार को उर्सला के डॉ. आरएन यादव व डॉ अनुपम सचान के पैनल ने किशोर के शव का पोस्टमॉर्टम किया। सूत्रों के अनुसार दरिंदों ने रस्सी से हाथ-पांव बांधकर किशोर के साथ कुकर्म किया। फिर रस्सी से ही उसका गला कस कर मार डाला।
पेचकस से किशोर के पूरे शरीर को गोद डाला
सरिया से उसके पूरे शरीर पर कई वार कर सर से लेकर हाथ व पैर की हड्डियां तक तोड़ दी। इतना ही नहीं, उसके गुप्तांग पर भी लाते मारी व रॉड से वार किए।इसके बाद भी वह संतुष्ट नहीं हुए। फिर बाइक से पेचकस निकालकर लाए और किशोर के पूरे शरीर को गोद डाला।
खेतों के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक
शव की हालत देखकर पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि ऐसी बर्बरता उन्होंने कभी नहीं देखी। पीएम के बाद पुलिस अभिरक्षा में शव को गांव ले जाया गया, जहां रस्म अदायगी के बाद शव का मृतक के पिता ने अपने खेतों के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खा किया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस मामले में धाराएं बढ़ाने के साथ ही तीसरे आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है।
दरिंदों से बचने की कोशिश हुई बेकार
डॉक्टरों की मानें, तो दरिंदों से बचने के लिए किशोर ने काफी प्रयास किया। उसके हाथ व पैर में बंधी रस्सी की शरीर पर रगड़ के निशान से साफ है कि उसने छूटने और बचने का प्रयास किया। हालांकि वह इसमें नाकाम रहा। मौत से पहले उसने पैंट में बाथरूम भी कर दिया था।
ये था पूरा मामला
बिल्हौर में अरौल थानाक्षेत्र के एक गांव के ही रहने वाले दो युवक 13 साल के किशोर को बहला फुसलाकर गांव के खंडहर में ले गए थे। वहां उसे बंधक बनाकर कुकर्म किया। विरोध करने पर पहले किशोर का गला कसा, फिर सरिया से ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतार दिया था।