अयोध्या:
रिपोर्ट मनोज तिवारी ब्यूरो प्रमुख अयोध्या
भ्रष्टाचार के आरोप में हटाए अयोध्या मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य।जीरो टालरेंस की नीति को अपनाते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने की कार्रवाई ।चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक से किया गया संबद्धसंविदा पर तैनात लिपिक की मौत के मामले की भी जाँच के दिए आदेश। मृतक संविदा लिपिक प्रभु नाथ मिश्रा की मृत्यु के मामले को लेकर अखिल भारतीय चाणक्य परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक एवं श्री श्री परशुराम सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित कृपा निधान तिवारी ने न्याय के लिए मृतक परिजनों की मदद के लिए कई बार शासन प्रशासन से मांग करते हुए धरना दिया प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के कार्यालय का घेरा तक की घोषणा की थी और अंत में लखनऊ में उपमुख्यमंत्री स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के आवास पर मृतक के परिजन के साथ मिलकर पूरे प्रकरण को विस्तार से बताते हुए अभिलंब कार्रवाई की मांग करते हुए न्याय की गुहार की थी मामले में लिपिक के परिवार ने प्रधानाचार्य पर प्रताड़ना के लगाए हैं आरोप। काफी दिनों से दशरथ मेडिकल कॉलेज अयोध्या धाम में जमीन प्राचार्य डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार की शासन प्रशासन में काफी मजबूत पकड़ मानी जाती थी जिसके चलते कार्रवाई नहीं हो पा रही थी अंत में चाणक्य परिषद की मूवी रंग लाई और स्वास्थ्य मंत्री का हंटर चला और भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस के अंतर्गत बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को हटाने का आदेश जारी किया है और उनके ऊपर लगे आरोपों की सघन जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया है इस जीत से मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी चिकित्सा एवं अधिकारियों में खुशी का माहौल है और लोग एक दूसरे को नए वर्ष की बधाई के साथ इस नए आदेश का स्वागत करते हुए इसे न्याय की जीत बता रहे हैं। इस मामले को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा से भी मृतक के परिजनों एवं चाणक्य परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक ने मिलकर न्याय की गुहार की थी करवाई में पूर्व डिप्टी सीएम कभी- काफी सहयोग रहा है।