बांदा के तीमारदारों से मारपीट मामले में जवाब नहीं देने पर बुधवार को प्रॉक्टर डॉ.दिलीप चौरसिया ने तीनों आरोपी जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को फटकार लगाई। कहा, तत्काल लिखित जवाब दें। वहीं, खबर लिखे जाने तक उनके बयान भी प्रस्तुत नहीं किए गए थे। दो दिन पहले वार्ड 12 में मरीज के तीमारदारों को तीन जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने जमकर पीटा था। इसका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तहरीर पर अज्ञात चिकित्सकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड को जांच करने का निर्देश दिया। मंगलवार को प्रॉक्टर डॉ.दिलीप चौरसिया ने तीनों जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों से लिखित जवाब मांगा था। इसके अलावा मारपीट के दौरान वार्ड में मौजूद वार्ड बॉय और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का भी बयान होना था। लेकिन, इनमें से कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। बुधवार को डॉ. दिलीप चौरसिया ओटी होने की वजह से वार्ड बॉय और अन्य मेडिकल स्टाफ का बयान नहीं लिया जा सका। ऐसे में उम्मीद है कि मामले की रिपोर्ट बृहस्पतिवार तक प्राचार्य के समक्ष प्रॉक्टर डॉ. दिलीप चौरसिया की तरफ से प्रस्तुत की जाएगी।
तीनों जेआर ने लिखित जवाब तय समय पर नहीं दिया। इसकी वजह से उन्हें तत्काल जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया। वहीं, ओटी होने की वजह से वार्ड बॉय और अन्य मेडिकल स्टाफ का बयान दर्ज नहीं हो सका।