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उत्तराखंड 16 की लोकेशन नहीं... 70 स्टूडेंट यूक्रेन में ही फंसे,जानें ताज़ा डिटेल्स |
देहरादून. रूस यूक्रेन युद्व के बीच जहां भारतीय छात्रों की वापसी का सिलसिला जारी है, वहीं परेशान करने वाली बड़ी खबर ये है कि उत्तराखंड के दर्जनों छात्र अब भी यूक्रेन बॉर्डर क्रॉस नहीं कर पाए हैं. युद्ध के हालात के चलते उत्तराखंड के 196 स्टूडेंट भारत वापसी के रास्ते में उलझे हुए हैं. इनमें से 70 स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जो अब तक यूक्रेन में ही फंसे हैं. यानी 126 स्टूडेंट यूक्रेन से लगे पडोसी देशों में पहुंच चुके हैं और असमंजस के माहौल में हैं. सरकार अभी तक उत्तराखंड के 121 छात्रों को सकुशल वापस लाने में सफल रही है. उन स्टूडेंट्स को लेकर चिंता ज़्यादा है, जो ट्रैस नहीं हो पा रहे हैं.अपडेटेड डेटा की मानें तो उत्तराखंड से 317 स्टूडेंट्स के यूक्रेन में होने की बात सामने आई है, जिनमें से ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 121 को भारत सरकार द्वारा रेस्क्यू किया जा चुका है. उत्तराखंड के गृह विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु का कहना है कि इन स्टूडेंट्स की सकुशल वापसी के लिए संभव प्रयास किए जा रहे हैं. सरकार ने तीन वॉट्सएप ग्रुप बनाए हैं, जिनमें डीएम, एसपी, स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स जुड़े हैं. ग्रुप्स में पल पल अपडेट दिए जा रहे हैं. चिंता की बात ये है कि 70 छात्र-छात्राएं अब भी युद्वग्रस्त यूक्रेन के भीतर ही फंसे हुए हैं.कहां के हैं ये 70 स्टूडेंट्स?
हंगरी बॉर्डर से लेकर कीव, सुम्मी, खारकीव, रोमानिया बॉर्डर, चेकोस्लवाकिया बॉर्डर और लविव जैसे इलाकों में यूक्रेन में ही जो छात्र फंसे हैं, उनकी संख्या ज़िलेवार देखिए.
हरिद्वार के 25
देहरादून के 17
यूएसनगर के 10
पौड़ी के 6
उत्तरकाशी के 3
नैनीताल के 4
टिहरी के 2
पिथौरागढ़ के 1
चंपावत के 2
हिंसाग्रस्त कीव में फंसे 3 स्टूडेंट्स
सबसे अधिक चिंता की बात ये है कि यूक्रेन में फंसे 16 छात्रों की लोकेशन अब तक फाइंड आउट नहीं हो पा रही है. कीव जैसे सबसे संवेदनशील राजधानी क्षेत्र में 3 स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं. इसने सरकार और अभिभावकों की परेशानी बढ़ा दी है. यूक्रेन से लगे पड़ोसी देशों में से 56 स्टूडेंट रोमानिया, 34 पोलैंड और 23 हंगरी में अटके हैं.