प्रयागराज: जीत वो भी ऐतिहासिक थी और यह भी ऐतिहासिक है। 1984 के उस चुनाव में बॉलीवुड के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने कांग्रेस के टिकट पर इलाहाबाद से रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। 2024 के इस चुनाव में उज्ज्वल रमण सिंह ने बतौर कांग्रेस प्रत्याशी रिकॉर्ड मतों के साथ जीत हासिल की। हालांकि, शुरुआत से ही इंडिया गठबंधन इस सीट पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ रहा था और उसे भरोसा था कि 40 साल के बाद यह सीट फिर कांग्रेस के खाते में आएगी। आखिर चार दशक के लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने एक बार फिर इलाहाबाद संसदीय सीट पर अपना कब्जा जमाया। इससे पूर्व ‘बिग-बी’ अमिताभ बच्चन ने 1984 के चुनाव में इस सीट पर यूपी के पूर्व सीएम एवं एलकेडी के प्रत्याशी रहे हेमवती नंदन बहुगुणा को रिकॉर्ड 187795 मतों के अंतर से पराजित किया था।
वहीं, इस बार उज्ज्वल रमण सिंह ने 462145 मतों के साथ जीत हासिल की है और इस सीट से कांग्रेस के किसी भी प्रत्याशी को कभी इतनी संख्या में वोट नहीं मिले। इस सीट से उज्ज्वल रमण सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के उम्मीदवार नीरज त्रिपाठी को 58795 मतों के अंतर से पराजित किया। नहीं लग सकी भाजपा की हैट्रिक
नीरज त्रिपाठी को 403350 कुल वोट मिले। अगर वह पिछले चुनाव में इसी सीट से सांसद चुनी गईं भाजपा की डॉ.रीता बहुगुणा जोशी के बराबर वोट पा गए होते थे तो इलाहाबाद लोकसभा सीट से भाजपा जीत की हैट्रिक लगाती। 2019 के चुनाव में डॉ.रीता को इस सीट से 494454 लाख वोट मिले थे।
बाद के चरणों में तेजी से बढ़त बनाने वाले उज्ज्वल मतगणना के शुरुआती चरणों में बराबर की लड़ाई पर नजर आए। शुरुआती चरणों के रुझान यही संकेत दे रहे थे कि जीत-हार का अंतर बहुत ही मामूली हो सकता है, लेकिन पारा चढ़ने के साथ ही उज्ज्वल रमण सिंह को मिलने वाले मतों का ग्राफ भी तेजी से चढ़ने लगा। दोपहर तीन बजे तक मतों के अंतर ने उज्ज्वल की जीत सुनिश्चित कर दी और वह अपने समर्थकों के साथ मतगणना स्थल पर पहुंच गए।