स्वच्छता मिशन के दावे कागजों तक सीमित,यात्रियों को हो रही काफी परेशानी।
गोण्डा। एक तरफ जहाँ केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत घर-घर शौचालय का नारा दिया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ कर्नलगंज कस्बे में तो सार्वजनिक स्थानों पर भी इसके इंतजाम नहीं किए गए हैं। कुछ ऐसी ही बदइंतजामी जिले के गोण्डा-लखनऊ हाईवे पर स्थित कर्नलगंज बस स्टैंड पर है। यहाँ अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने शौचालय का निर्माण ही नहीं कराया है। इससे बस स्टैंड पर यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। महिला मुसाफिर तो शर्मिंदगी झेलने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों व समाजसेवियों ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों व परिवहन निगम के आला अफसरों को पत्र भेजकर दर्ज कराई जा चुकी है। इसके बाद भी विभागीय अफसर इस अत्यंत गंभीर समस्या के समाधान में तनिक भी संजीदगी नहीं दिखा रहे हैं।
तहसील मुख्यालय स्थित कर्नलगंज कस्बे में गोण्डा- लखनऊ हाईवे पर स्थित बस स्टैंड कर्नलगंज विभागीय उपेक्षा का शिकार है। यात्रियोें के लिए बस अड्डे पर एक अदद सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जाना मुनासिब नहीं समझा जा रहा है। सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था न होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी वृद्ध व महिलाओं को होती है। सुलभ प्रसाधन के लिए उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ता है। बस स्टैंड के आसपास पांच सौ मीटर की दूरी तक घनी आबादी है। इसके अलावा स्थानीय दुकानदार भी परेशान हैं। इसके बावजूद समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि बस स्टैंड से प्रतिदिन सैकड़ों बसों से हजारों पुरुष,महिला यात्रियों का आवागमन होता है। बस स्टैंड के पास ही बाल विकास परियोजना कार्यालय व विकास खंड कार्यालय भी है,जहां पर आसपास के कई दर्जन गांवों के बड़ी संख्या में लोगों का हर दिन आना जाना लगा रहता है। इससे लोगों को खुले में शौंच के लिए जाना पड़ता है। जबकि सरकार की तरफ से खुले में शौचमुक्त करने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है। वहीं इतने महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थान पर शौचालय निर्माण न होने से लोगों में आक्रोश है। लोगों ने जिम्मेदार आला अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से अतिशीघ्र शौचालय निर्माण कराए जाने की मांग की है।